स्मार्ट ऑर्डर रूटिंग क्या है

लागत और मार्केट के प्रभाव को कम करने के लिए SOR की जटिलताओं से निपटना सीखें.
स्मार्ट ऑर्डर रूटिंग क्या है
3 मिनट
22 सितंबर 2023

स्मार्ट ऑर्डर रूटिंग (SOR) एक ऑटोमेटेड ट्रेडिंग तकनीक है जिसका उपयोग संस्थागत ट्रेडर्स द्वारा ऑर्डर को विभिन्‍न मार्केट या ट्रेडिंग वेन्‍यू में सर्वश्रेष्‍ठ उपलब्ध मूल्य पर निष्पादित करने के लिए किया जाता है. SOR टेक्नोलॉजी सबसे बेहतर कीमत की खोज मैनुअल रूप से करने के बजाय, एल्गोरिदम का इस्‍तेमाल कर विभिन्न मार्केट में मूल्य, लिक्विडिटी और ऑर्डर विशेषताओं का आकलन करती है. इसके एल्गोरिदम मार्केट डेटा, ट्रांज़ैक्शन फीस और ऑर्डर निष्पादन स्पीड जैसे विभिन्न कारकों पर निर्भर होते हैं, जिससे ट्रेडर्स के लिए अपने ट्रेड के लिए ऑप्टिमल निष्पादन प्राप्त करना आसान हो जाता है.

हाल के वर्षों में स्मार्ट ऑर्डर रूटिंग की लोकप्रियता बहुत बढ़ गई है क्योंकि मार्केट फ्रेगमेंटेशन (विखंडन) में वृद्धि हुई है. संस्थागत निवेशक, विशेष रूप से, बड़े ऑर्डर को ट्रेड करने और जोखिम को कम करने के लिए SOR टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हैं.

इस आर्टिकल में स्मार्ट ऑर्डर रूटिंग और आज के जटिल फाइनेंशियल मार्केट में ट्रेडिंग परफॉर्मेंस को ऑप्‍ट‍िमाइज़ करने में इसकी भूमिका का गहराई से विश्लेषण किया गया है.

स्टॉक मार्केट में रूट का क्या मतलब है?

स्मार्ट ऑर्डर रूटिंग की तरफ जाने से पहले, शेयर बाजार में "रूट" की अवधारणा को समझना जरूरी है. आसान शब्दों में, रूट वह मार्ग है जिस पर ट्रेडर का ऑर्डर शुरू होने से लेकर पूरा होने तक जाता है. इन रूट्स की जटिलता अलग-अलग हो सकती है और रूट चुनना ट्रेड के परिणाम पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है.

इस जटिल ट्रेडिंग परिदृश्य को समझाने के लिए, ट्रेडर्स को उनके ट्रेड परफॉर्मेंस को ऑप्‍ट‍िमाइज़ करने में स्मार्ट ऑर्डर रूटिंग सिस्टम मददगार सा‍बित हुआ है. SOR ट्रेडर्स को बहुत सारे लिक्विडिटी पूल को एक्‍सेस करने, विभिन्न मार्केट में कीमत, लिक्विडिटी और ऑर्डर की विशेषताओं का आकलन करने और सर्वश्रेष्‍ठ उपलब्ध मूल्य पर ट्रेड निष्पादित करने में मदद करता है.

स्मार्ट ऑर्डर रूट क्या है?

स्मार्ट ऑर्डर रूट वह पाथ है जिसे स्मार्ट ऑर्डर रूटिंग सिस्टम का उपयोग करते समय कोई भी ट्रेड अपनाता है. स्मार्ट आर्डर रूट को ट्रेड निष्पादन को ऑप्टिमाइज़ करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिसमें ट्रेडर्स को बहुत सारे लिक्‍वि‍डिटी पूलों का एक्‍सेस प्रदान किया जाता है और यह सुनिश्चित किया जाता है कि उनके ऑर्डर विभिन्न ट्रेडिंग वेन्‍यू पर सर्वश्रेष्‍ठ उपलब्ध मूल्य पर निष्पादित किए जाएं.

ट्रेडर्स की विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए स्मार्ट ऑर्डर रूट को कस्टमाइज़्ड किया जा सकता है. उदाहरण के लिए, किसी ट्रेडर को मार्केट के अवसर का लाभ उठाने के लिए किसी ऑर्डर को शीघ्रता से पूरा करने की आवश्यकता हो सकती है. इस स्‍थि‍ति में, अवसर चूकने के जोखिम को कम करने के लिए स्मार्ट ऑर्डर रूट सबसे तेज़ निष्पादन वेन्‍यू को प्राथमिकता दे सकता है.

या, हो सकता है कोई ट्रेडर मार्केट के प्रभाव को कम करना चाह रहा हो, ऐसी स्थिति में एक स्मार्ट ऑर्डर रूट लो मार्केट शेयर वाले वेन्‍यू को प्राथमिकता दे सकता है या पता लगने से बचने के लिए किसी छिपे हुए ऑर्डर का उपयोग कर सकता है.

स्मार्ट ऑर्डर रूट के प्रकार

ट्रेडर्स के लिए कई प्रकार के स्मार्ट ऑर्डर रूट उपलब्ध हैं. प्रत्येक प्रकार को विशिष्ट ट्रेडिंग उद्देश्यों को पूरा करने और ट्रेड निष्पादन को ऑप्‍ट‍िमाइज़ करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. स्मार्ट ऑर्डर रूट के सबसे सामान्य प्रकारों की जानकारी नीचे दी गई है:

1. लागत-आधारित स्मार्ट ऑर्डर रूट:

लागत-आधारित स्मार्ट ऑर्डर रूट निष्पादन की लागत के आधार पर निष्पादन वेन्‍यू की प्राथमिकता निर्धारित करता है, जिसमें एक्सचेंज या ब्रोकर द्वारा प्रोसेस किए गए ट्रांज़ैक्शन शुल्क भी शामिल है. इस एल्गोरिदम का उद्देश्य प्रत्येक वेन्‍यू की फीस का विश्लेषण करके और सबसे कम शुल्क वाले वेन्‍यू को चुनकर न्यूनतम संभव लागत पर ऑर्डर निष्पादित करना है.

2. टाइम-आधारित स्मार्ट ऑर्डर रूट:

टाइम-आधारित स्मार्ट ऑर्डर रूट मार्केट के अवसरों का लाभ उठाने के लिए आवश्यक निष्पादन की स्‍पीड के आधार पर ऑर्डर के निष्पादन को प्राथमिकता देता है. इस प्रकार के स्मार्ट ऑर्डर रूट का उपयोग तब किया जाता है जब स्‍पीड महत्वपूर्ण होती है, और सबसे बेहतर कीमत पाने के लिए निष्पादन के समय को न्यूनतम करने की ज़रूरत होती है. इस एल्गोरिदम का उद्देश्य सबसे तेज़ वेन्‍यू को चुनकर और उसके अनुसार ऑर्डर को रूट करके ऑर्डर को यथासंभव तेज़ी से निष्पादित करना है.

3. लिक्विडिटी-आधारित स्मार्ट ऑर्डर रूट:

लिक्विडिटी-आधारित स्मार्ट ऑर्डर रूट उपलब्ध लिक्विडिटी के आधार पर निष्पादन वेन्‍यू को प्राथमिकता देता है. इस एल्गोरिदम का उद्देश्य उच्चतम लिक्विडिटी वाले निष्पादन वेन्‍यू चुनकर न्यूनतम मार्केट प्रभाव के साथ ऑर्डर को निष्पादित करना होता है. ऐसा करके, यह एल्गोरिदम स्लिपेज (फिसलन) के जोखिम को कम करता है और यह सुनिश्चित करता है कि ऑर्डर को सर्वश्रेष्‍ठ संभव कीमत पर निष्पादित किया जाए.

4. वॉल्यूम-वेटेड एवरेज प्राइस (VWAP) स्मार्ट ऑर्डर रूट:

VWAP स्मार्ट ऑर्डर रूट वॉल्यूम-भारित औसत मूल्य (VWAP) के आधार पर निष्पादन वेन्‍यू को प्राथमिकता देता है. VWAP की गणना एक विशिष्ट समय के दौरान ट्रेड के कुल वैल्यू को कुल ट्रेड के वॉल्यूम से विभाजित करके की जाती है. इस एल्गोरिदम का उपयोग बड़े ऑर्डर के लिए किया जाता है, क्योंकि इसका उद्देश्य मार्केट के प्रभाव को कम करते हुए यथासंभव VWAP के करीब कीमत पर ऑर्डर को निष्पादित करना है.

5. डार्क पूल स्मार्ट ऑर्डर रूट:

डार्क पूल स्मार्ट ऑर्डर रूट में डार्क पूल जैसे निष्पादन वेन्‍यू को प्राथमिकता दी जाती है, जो गुमनाम ट्रेडिंग वेन्‍यू हैं जो निष्पादन से पहले सार्वजनिक रूप से ऑर्डर प्रदर्शित नहीं करते हैं. इस एल्गोरिदम का लक्ष्य ऑर्डर को डार्क पूल में रूट कर न्यूनतम मार्केट प्रभाव के साथ ऑर्डर को निष्पादित करना है, जिससे अवसर का लाभ उठाने वाले ट्रेडर्स द्वारा मार्केट की पूर्वानुमानित गतिविधियों का लाभ उठाने का जोखिम कम हो जाता है.

हरेक प्रकार के स्मार्ट ऑर्डर रूट का अलग-अलग लाभ होता है जो ट्रेडर्स को ट्रेड निष्पादन को ऑप्टिमाइज़ करने में मदद कर सकता है. उपलब्ध स्मार्ट ऑर्डर रूट के प्रकारों को समझकर, ट्रेडर अपने विशिष्ट ट्रेडिंग उद्देश्यों को पूरा करने वाला प्रकार चुन सकते हैं और बेहतर निष्पादन मूल्य सुनिश्चित करते हुए मार्केट प्रभाव को कम कर सकते हैं.

स्मार्ट ऑर्डर रूट कॉन्फिगरेशन

स्मार्ट ऑर्डर रूट कॉन्फिगरेशन उन सेटिंग्स, प्राथमिकताओं और पैरामीटर को कहा जाता है जिन्हें ट्रेडर स्मार्ट ऑर्डर रूटिंग सिस्टम के भीतर कस्‍टमाइज़ कर सकता है. ये कॉन्फिगरेशन सुविधाजनक होते हैं और ट्रेडर्स के विशिष्ट उद्देश्यों और प्राथमिकताओं को पूरा करने के लिए एडजस्‍ट किए जा सकते हैं.

कुछ सामान्य स्मार्ट ऑर्डर रूट कॉन्फिगरेशन इस प्रकार हैं:

1. रूटिंग ऑर्डर स्लाइसिंग:

रूटिंग ऑर्डर स्लाइसिंग न्यूनतम मार्केट प्रभाव के साथ बड़े ऑर्डर को निष्पादित करने का एक प्रभावी तरीका है. इस तरीके से एक बड़े ऑर्डर को कई छोटे ऑर्डर में तोड़ा जाता है और उन्हें कई वेन्‍यू पर वितरित किया जाता है. यह सिस्टम एक विशिष्ट समय अंतराल में इन छोटे ऑर्डर्स को तब तक ट्रेड करता है जब तक कि पूरा ऑर्डर भर न जाए.

2. वेन्यू प्राथमिकता निर्धारण:

वेन्यू प्राथमिकता निर्धारण में उस ऑर्डर को निर्धारित किया जाता है जिसमें सिस्टम प्रत्येक वेन्यू को प्राथमिकता देगा. यह कॉन्फि‍गरेशन ट्रेडिंग स्‍पीड, लागत और लिक्विडिटी जैसे वेरिएबल्स को ध्‍यान में रखता है. उदाहरण के लिए, अगर ट्रेडर तेज़ निष्पादन चाहता है, तो कॉन्फि‍गरेशन बेहतर स्‍पीड और प्रभाव्यता वाले किसी वेन्यू को प्राथमिकता दे सकता है.

3. ऑर्डर के प्रकार का चयन:

यह कॉन्फि‍गरेशन ट्रेडर्स को स्मार्ट ऑर्डर रूटिंग में प्रयोग किए जाने वाले सबसे उपयुक्त ऑर्डर प्रकार को चुनने में सक्षम बनाता है. यह स्‍ट्रेटजी मार्केट, लिमिट, या स्‍टॉप जैसे विशिष्ट ऑर्डरों पर लागू होती है. उदाहरण के लिए, अगर कोई ट्रेडर लिमिट ऑर्डर निष्पादित करना चाहता है, तो वह कॉन्फि‍गरेशन में लिमिट ऑर्डर चुन सकता है.

4. टाइम वेटिंग:

टाइम वेटिंग यह निर्धारित करता है कि ट्रेडर कितनी जल्दी ऑर्डर पूरा करना चाहता है. यह कॉन्फि‍गरेशन एक विशिष्ट अवधि में भरे जाने के लिए ऑर्डर को विभाजित कर सकता है और ट्रेडर की पसंदीदा समय सीमा के आधार पर ऑर्डर निष्पादित किए जाते हैं. उदाहरण के लिए, कोई ट्रेडर जो छह महीनों में स्टॉक के 10,000 शेयर बेचना चाहता है, वह उस अवधि में ट्रेडिंग के प्रत्येक दिन के लिए ट्रेड को समान भागों में वितरित करने के लिए सिस्टम को कॉन्फिगर कर सकता है.

5. जोखिम लेने की क्षमता:

जोखिम लेने की क्षमता यह निर्धारित करती है कि ट्रेडर मार्केट की स्थितियों के आधार पर किस लेवल तक जोखिम लेने को तैयार है. कॉन्फि‍गरेशन में अधिकतम बिड-आस्क स्प्रेड, लिक्विडिटी लेवल, सर्वश्रेष्‍ठ निष्पादन कीमत और अन्य लिमिट शामिल हैं. सिस्टम इन लिमि‍ट से अधिक के ऑर्डर स्वीकार नहीं करेगा.

स्मार्ट ऑर्डर रूट कस्‍टमाइज़ किए जा सकते हैं और ये कई कॉन्फि‍गरेशन प्रदान करते हैं जो ट्रेडर्स को ट्रेड निष्पादन को ऑप्‍ट‍िमाइज़ करने में मदद करते हैं. किसी ट्रेड के विशिष्ट संदर्भ के आधार पर, सही कॉन्फि‍गरेशन चुनने से ट्रेडर्स को सबसे बेहतर कीमत प्राप्त करने और मार्केट के प्रभाव को कम करने में मदद मिल सकती है. स्मार्ट ऑर्डर रूटिंग कॉन्फि‍गरेशन के सु‍विधाजनक होने का लाभ उठाकर, ट्रेडर्स आजकल के जटिल और विखंडित मार्केट में ट्रेडिंग की सफलता की संभावनाओं को बढ़ा सकते हैं.

इंट्रा-डे ट्रेड के मामले में आप अपने SOR ऑर्डर को कैसे पूरा करते हैं?

मान लीजिए कि आपने SOR का उपयोग करके ABC Corporation के शेयरों के लिए इंट्रा-डे ऑर्डर दिया है. आपने कुल 500 शेयरों का ऑर्डर दिया, और SOR सिस्टम ने NSE पर 300 शेयरों और BSE पर 200 शेयरों को निष्पादित किया. इंट्रा-डे ट्रेडिंग में, एक ही ट्रेडिंग दिन के भीतर पोजीशन ओपन करने और क्‍लोज करने का लक्ष्य होता है. यहां बताया गया है कि इन इंट्रा-डे ट्रेड को क्‍लोज करने की जटिलता को कैसे संभाले:

  • मैनुअल मैनेजमेंट: अपनी इंट्रा-डे पोजीशन को प्रभावी रूप से क्‍लोज करने के लिए, आपको NSE और BSE दोनों पर शेयरों के लिए सेल ऑर्डर मैनुअल रूप से निष्पादित करने की आवश्यकता होगी. ऐसी स्‍थि‍ति में, आपको क्रमशः NSE पर 300 शेयर और BSE पर 200 शेयर बेचने चाहिए.

  • अपनी ऑर्डर हिस्ट्री को रिव्यू करें: अपनी इंट्रा-डे पोजीशन को सही तरीके से क्‍लोज करने के लिए, अपनी ऑर्डर बुक और ट्रेड बुक को रिव्यू करें. ये रिकॉर्ड आपको दोनों एक्सचेंज पर निष्पादित शेयरों की सटीक संख्या को कन्फर्म करने में मदद करेंगे.

  • तुरंत ऐक्शन: इंट्रा-डे ट्रेडिंग में टाइमिंग महत्वपूर्ण है. अपना इंट्रा-डे लाभ सिक्‍योर करने या संभावित नुकसान को कुशलतापूर्वक सीमित करने के लक्ष्य के साथ, अपने सेल ऑर्डर को निष्पादित करने के लिए तेजी से कार्य करें.

इंट्रा-डे SOR ऑर्डर क्‍लोज करते समय, अपने पोजीशन को सावधानीपूर्वक मैनेज करना आवश्‍यक है. जिन एक्सचेंज पर शेयर को निष्पादित किया गया था, वहीं उन्हें मैनुअल रूप से बेचने से और आपके ऑर्डर और ट्रेड रिकॉर्ड को क्रॉस-रेफरेंस करने से आपको इंट्रा-डे ट्रेडिंग की जटिलता को प्रभावी रूप से समझने में मदद मिलेगी.

SOR पर सामान्य प्रतिबंध

  1. ऑर्डर के प्रकार: कुछ ब्रोकर SOR प्लेटफॉर्म पर आपके द्वारा दिए जाने वाले ऑर्डर के प्रकार को प्रतिबंधित करते हैं. जबकि कुछ सामान्य और लिमिट दोनों ऑर्डर की अनुमति देते हैं, वहीं, कुछ अन्य केवल सामान्य ऑर्डर की अनुमति दे सकते हैं.
  2. स्टॉक लिक्विडिटी: अधिकांश ब्रोकर SOR को दोनों एक्सचेंज पर पर्याप्त ट्रेडिंग वॉल्यूम वाले अत्यधिक लिक्विड स्टॉक तक लिमिट करते हैं. इससे सुनिश्चित होता है कि SOR सबसे बेहतर कीमत प्राप्त करने में प्रभावी है.
  3. लाइव मार्केट: SOR लाइव मार्केट में उपयोग के लिए डिज़ाइन किया गया है. आप इसका उपयोग मार्केट बंद होने के बाद ऑर्डर देने के लिए नहीं कर सकते, क्योंकि इसका प्रमुख  लक्ष्य ऐक्टिव ट्रेडिंग अवधि के दौरान ट्रेड निष्पादन को ऑप्‍ट‍िमाइज़ करना है.

स्मार्ट ऑर्डर रूटिंग सिस्टम के फायदे और नुकसान

फायदे:

  1. ट्रेडर को ऑप्टिमल मूल्‍य प्राप्त करने में मदद करता है: स्मार्ट ऑर्डर रूटिंग सिस्टम कई मार्केट, एक्सचेंज और ट्रेडिंग वेन्यू से डेटा का विश्लेषण करते हैं ताकि ऑर्डर को सर्वश्रेष्ठ संभव कीमतों पर निष्पादित किया जा सके.
  2. अनेक लिक्विडिटी पूल तक एक्सेस प्रदान करता है: स्मार्ट ऑर्डर रूटिंग सिस्टम विभिन्न लिक्विडिटी पूल जैसे एक्सचेंज, वैकल्पिक ट्रेडिंग सिस्टम (ATS) और डार्क पूल से ट्रेडर को कनेक्ट करते हैं, जिससे उन्हें अपने ट्रेड के लिए सर्वश्रेष्ठ वेन्यू चुनने में मदद मिलती है.
  3. ट्रेड पर मार्केट के प्रभाव को कम करता है: स्मार्ट ऑर्डर रूटिंग सिस्टम बड़े ऑर्डर को छोटे ऑर्डर में तोड़ सकता है और मार्केट के प्रभाव को कम करने और मूल्‍यों में महत्वपूर्ण बदलावों को रोकने के लिए उन्हें विभिन्न वेन्यू पर भेज सकता है.
  4. सर्वश्रेष्ठ कीमतों के लिए मैनुअल खोज की आवश्यकता को समाप्त करता है: स्मार्ट ऑर्डर रूटिंग सिस्टम सर्वश्रेष्ठ निष्पादन कीमतों की खोज को ऑटोमेट कर देता है, जिससे ट्रेडर का समय और श्रम बचता है.
  5. विशिष्ट ट्रेडिंग उद्देश्यों को पूरा करने के लिए प्रोग्राम किया जा सकता है: विशिष्ट ट्रेडिंग उद्देश्यों को पूरा करने के लिए स्मार्ट ऑर्डर रूटिंग कॉन्फिगरेशन को काफी कस्टमाइज़्ड किया जा सकता है.

नुकसान:

  1. समझने में जटिल और मुश्किल हो सकता है: स्मार्ट ऑर्डर रूटिंग सिस्टम को समझना और कॉन्फिगर करना ट्रेडर्स के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है, विशेष रूप से उनके लिए जो कम अनुभवी हैं.
  2. टेक्नोलॉजी संबंधी समस्याएं या विफलताएं हो सकती हैं: तकनीकी समस्याएं या सॉफ्टवेयर विफलताएं स्मार्ट ऑर्डर रूटिंग सिस्टम की दक्षता और सटीकता को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती हैं.
  3. सर्वश्रेष्ठ कीमत निष्पादन की गारंटी नहीं मिल सकती: स्मार्ट ऑर्डर रूटिंग सिस्टम मार्केट डेटा, ट्रांज़ैक्शन फीस, लिक्विडिटी और उतार-चढ़ाव जैसे वेरिएबल के आधार पर निर्णय लेते हैं, लेकिन वे यह गारंटी नहीं दे सकते कि ऑर्डर सर्वश्रेष्ठ संभव कीमत पर निष्पादित किए जाएंगे.
  4. मार्केट के उतार-चढ़ाव से प्रभावित हो सकता है: स्मार्ट ऑर्डर रूटिंग सिस्टम को स्थिर मार्केट के माहौल में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. मार्केट के उतार-चढ़ाव स्मार्ट ऑर्डर रूटिंग सिस्टम की दक्षता पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं.

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सामान्य प्रश्न

स्मार्ट ऑर्डर रूटिंग और एल्गोरिदमिक ट्रेडिंग के बीच क्या अंतर है?

स्मार्ट ऑर्डर रूटिंग (SOR) और एल्गोरिदमिक ट्रेडिंग फाइनेंशियल मार्केट में इस्तेमाल की जाने वाली दो अलग-अलग ट्रेडिंग तकनीकें हैं. SOR एक ऑटोमेटेड ट्रेडिंग तकनीक है जिसका उपयोग यह सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है कि ऑर्डर कई मार्केट या ट्रेडिंग वेन्‍यू पर सर्वश्रेष्‍ठ उपलब्ध मूल्य पर निष्पादित किए जाएं. इसके विपरीत, एल्गोरिदमिक ट्रेडिंग में ट्रेडिंग प्रोसेस को ऑटोमेट करने के लिए गणितीय मॉडल का उपयोग किया जाता है, जिससे यह मानवीय हस्तक्षेप पर कम निर्भर होता है.

स्मार्ट रूटिंग के क्या लाभ हैं?

स्मार्ट ऑर्डर रूटिंग ट्रेडर्स को कई लाभ प्रदान करता है, जिसमें कई लिक्विडिटी पूल को एक्‍सेस करने, ट्रेड के लिए सबसे बेहतर निष्पादन मूल्य प्राप्त करने, मार्केट के प्रभाव को कम करने और विशिष्ट ट्रेडिंग उद्देश्यों को पूरा करने के लिए रूट को कस्‍टमाइज़ करने की क्षमता पाना शामिल है.

SOR कैसे काम करता है?

स्मार्ट ऑर्डर रूटिंग मार्केट के प्रभाव को कम करने और सर्वश्रेष्‍ठ संभव निष्पादन कीमत प्राप्त करने के लिए बड़े ऑर्डर को छोटे ऑर्डर में तोड़कर और उन्हें कई वेन्‍यू पर वितरित करने का काम करता है. SOR ऐतिहासिक मूल्य निर्धारण डेटा, वर्तमान मार्केट स्थितियों और ऑर्डर बुक के रियल टाइम डेटा समेत मार्केट डेटा का विश्लेषण करने के लिए एल्गोरिदम का उपयोग करता है. इस डेटा के आधार पर, सिस्टम विभिन्न कारकों जैसे कि स्‍पीड, लागत, लिक्विडिटी और ऑर्डर साइज़ को ध्‍यान में रखते हुए प्रत्येक ट्रेड के लिए सबसे कुशल और किफायती रूट को चुनता है.

SOR ट्रेडर की प्राथमिकताओं और उद्देश्यों के आधार पर रूट्स को कस्‍टमाइज़ करने के लिए रूटिंग ऑर्डर स्लाइसिंग, वेन्‍यू प्राथमिकता निर्धारण, ऑर्डर प्रकार का चयन, टाइम वे‍टिंग और जोखिम लेने की क्षमता का भी उपयोग करता है. SOR टेक्नोलॉजी का लाभ उठाकर, ट्रेडर्स बहुत सारे लिक्विडिटी पूल को एक्‍सेस कर सकते हैं, ट्रेड निष्पादन को ऑप्‍ट‍िमाइज़ कर सकते हैं, मार्केट के प्रभाव को कम कर सकते हैं और बेहतर निष्पादन मूल्य प्राप्त कर सकते हैं.