क्या इक्विटी की तुलना में FD बेहतर निवेश विकल्प है

निवेश के दोराहे पर कौन सी राह जाएं: FD और इक्विटी की तुलना – कौन सी राह बेहतर रिटर्न देती है?
FD बनाम इक्विटी
4 मिनट
05 अप्रैल 2024

FD बेहतर निवेश विकल्प है या इक्विटी, यह बात व्यक्तिगत फाइनेंशियल लक्ष्यों, जोखिम सहनशीलता और निवेश अवधि पर निर्भर करती है. फिक्स्ड डिपॉज़िट (FD) सुरक्षा और स्थिर रिटर्न देते हैं और पूंजी सुरक्षा चाहने वाले संरक्षक निवेशकों के लिए आदर्श हैं. वहीं दूसरी ओर, इक्विटी लंबे समय में अधिक रिटर्न प्रदान करने की संभावना रखती है, यानी वह ऐसे लोगों के लिए उपयुक्त है जो मार्केट के उतार-चढ़ाव को स्वीकार करने को तैयार हैं. पोर्टफोलियो में FD और इक्विटी, दोनों को शामिल करके उसे संतुलित बनाया जा सकता है; ऐसे पोर्टफोलियो में सुरक्षा और वृद्धि क्षमता, दोनों होती हैं. अंततः यह चुनाव आपके फाइनेंशियल उद्देश्यों, निवेश की अवधि और जोखिम के साथ सहजता के लेवल के अनुरूप होना चाहिए.

  • जोखिम उठाने की क्षमता
  • फाइनेंशियल लक्ष्य
  • आयु
  • आय
  • खर्च
  • लिक्विडिटी की आवश्यकता

फाइनेंशियल विशेषज्ञ इन सभी विकल्पों पर नज़र डालने के बाद अपनी राह चुनने का सुझाव देते हैं. फिक्स्ड डिपॉज़िट और इक्विटी शेयर, दो पूरी तरह से अलग-अलग निवेश वर्ग हैं, और इनकी तुलना के समय यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि कोई भी एक विकल्प अकेले सर्वश्रेष्ठ नहीं है. हालांकि, दोनों टूल्स में उचित अनुपात में निवेश करना लाभकारी हो सकता है. आम तौर पर विशेषज्ञ निवेशकों को यह सुझाव देते हैं कि वे अच्छी विविधता वाला पोर्टफोलियो बनाए रखें. यह सुझाव, अपने सारे अंडे एक ही टोकरी में न रखने वाली कहावत से प्रेरित है. अलग-अलग एसेट वर्गों के संतुलित मिश्रण से आदर्श पोर्टफोलियो बनता है.
आइए, दोनों निवेश टूल्स को समझने की कोशिश करें.

फिक्स्ड डिपॉज़िट (FD)

फिक्स्ड डिपॉज़िट एक निश्चित-आय इंस्ट्रूमेंट है जो मार्केट के उतार-चढ़ावों से प्रभावित नहीं होता है. FD खोलते समय लागू ब्याज दर उसकी पूरी अवधि के दौरान कायम रहती है. इससे, मेच्योरिटी के समय कितना रिटर्न मिलेगा यह अनुमान लगाना आसान हो जाता है. अगर आपके ऐसे कुछ फाइनेंशियल लक्ष्य हैं जिन्हें आप एक निर्धारित समयावधि में पूरा करना चाहते हैं, तो उनके लिए FD आदर्श निवेश साधन है. यह आज उपलब्ध सबसे सुरक्षित निवेश विकल्पों में से एक है. इसमें निवेशक को पूंजी खोने के बारे में चिंता करने की बिल्कुल भी ज़रूरत नहीं पड़ती है. हालांकि, कम जोखिम वाली यह राह अपने मार्केट-लिंक्ड साथियों की तुलना में बहुत आकर्षक रिटर्न नहीं देती है.

बैंक, डाकघर, और नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियां (NBFC) फिक्स्ड डिपॉज़िट सुविधाएं ऑफर करती हैं. बैंक FD और पोस्ट ऑफिस FD केंद्र सरकार द्वारा समर्थित होती हैं, इसलिए वे लगभग पूरी तरह जोखिम-मुक्त होती हैं. NBFC FD को कंपनी FD भी कहते हैं, और ये सुरक्षित होती हैं बशर्ते आप भारत की प्रमुख रेटिंग एजेंसियों द्वारा उन्हें दी गई क्रेडिट रेटिंग चेक कर लें. बजाज फाइनेंस जैसी कंपनियों की FD में उच्च FD दरों और डिपॉज़िट सुरक्षा का दोहरा लाभ मिलता है.

बजाज फाइनेंस द्वारा ऑफर किए जाने वाले FD प्लान के कुछ मुख्य बिंदु

  • कम न्यूनतम निवेश राशि
  • सुविधाजनक अवधियां
  • सुविधाजनक भुगतान विकल्प
  • ऑनलाइन अकाउंट मैनेजमेंट और बुकिंग की सुविधा
  • FD पर लोन की सुविधा
  • उच्च ब्याज दरें
  • सीनियर सिटीज़न के लिए अतिरिक्त ब्याज दरें

60 वर्ष से कम आयु के निवेशकों को मिलने वाली ब्याज दरें इस प्रकार हैं.
*18, 22, 33, 42 और 44 महीनों की अवधि पर विशेष ब्याज दरें प्रदान की जाती हैं.

इक्विटी शेयर

यह निवेश वर्ग पूरी तरह से मार्केट मूवमेंट पर आधारित है और इसका काम करने का तरीका हाई-रिस्क हाई-रिवार्ड वाला है, इसलिए यह बहुत तेज़ी से बदलता है. इसमें, निवेशक किसी कंपनी के स्वामित्व वाले स्टॉक में अपना पैसा लगाता है, यानी वह उस कंपनी में आंशिक स्वामित्व का विकल्प चुनता है. अब, अगर कंपनी का परफॉर्मेंस अच्छा रहता है तो उसका स्टॉक भी अच्छा परफॉर्म करेगा, जिससे निवेशक को इतने अच्छे रिटर्न मिलेंगे जो FD जैसे निश्चित आय वाले इंस्ट्रूमेंट से काफी आगे होंगे. हालांकि, अगर कंपनी को नुकसान होता है तो स्टॉक औंधे मुंह गिरेगा, जिससे आपके निवेश की वैल्यू घटेगी और हो सकता है कि कुल वैल्यू आपके मूल पूंजी निवेश से भी नीचे चली जाए. इसलिए, इस एसेट वर्ग में निवेश करते समय उचित पड़ताल करना बहुत महत्वपूर्ण होता है.

निष्कर्ष यह है कि, यह कहना सही नहीं है कि कोई एक निवेश विकल्प दूसरे से बेहतर है. यह एक फाइनेंशियल चुनाव है जिसे ऊपर बताए गए पैरामीटर्स को ध्यान में रखकर समझदारी से किया जा सकता है और अलग-अलग निवेशक अलग-अलग विकल्प चुन सकते हैं. हालांकि, सौ बात की एक बात यह है कि अलग-अलग निवेश वर्गों में निवेश वाला विविधतापूर्ण पोर्टफोलियो बनाकर रखना बहुत ही महत्वपूर्ण है. इससे जोखिम घटता है और कुल मिलाकर ऑप्टिमल रिटर्न भी सुनिश्चित होता है.

60 वर्ष से कम आयु के कस्टमर के लिए FD दरें

60 वर्ष से कम आयु के कस्टमर के लिए फिक्स्ड डिपॉज़िट की वार्षिक ब्याज दर ₹ 3 करोड़ (w.e.f 14 november 2024) तक के डिपॉज़िट के लिए मान्य है

*42-महीने की डिजिटल FD पर प्रति वर्ष 8.60% तक की उच्च ब्याज दर का अनुभव करें, जो विशेष रूप से वेबसाइट और ऐप पर उपलब्ध है.

बजाज फाइनेंस डिजिटल FD

नया प्रोडक्ट
महीनों में
अवधि
मेच्योरिटी पर (प्रति वर्ष) मासिक (प्रति वर्ष) तिमाही (प्रति वर्ष) अर्धवार्षिक (प्रति वर्ष) वार्षिक (प्रति वर्ष)
42* 8.60% 8.28% 8.34% 8.42% 8.60%

60 वर्ष से कम आयु के कस्टमर - विशेष अवधि

महीनों में
अवधि
मेच्योरिटी पर (प्रति वर्ष) मासिक (प्रति वर्ष) तिमाही (प्रति वर्ष) अर्धवार्षिक (प्रति वर्ष) वार्षिक (प्रति वर्ष)
18* 7.80% 7.53% 7.58% 7.65% 7.80%
22* 7.90% 7.63% 7.68% 7.75% 7.90%
33* 8.10% 7.81% 7.87% 7.94% 8.10%
44* 8.25% 7.95% 8.01% 8.09% 8.25%

60 वर्ष से कम आयु के कस्टमर - नियमित अवधि

महीनों में
अवधि
मेच्योरिटी पर (प्रति वर्ष) मासिक (प्रति वर्ष) तिमाही (प्रति वर्ष) अर्धवार्षिक (प्रति वर्ष) वार्षिक (प्रति वर्ष)
12 - 14 7.40% 7.16% 7.20% 7.27% 7.40%
15 - 23 7.50% 7.25% 7.30% 7.36% 7.50%
24 - 35 7.80% 7.53% 7.58% 7.65% 7.80%
36 - 60 8.10% 7.81% 7.87% 7.94% 8.10%

60 वर्ष से अधिक आयु के ग्राहक के लिए FD दरें

सीनियर सिटीज़न के लिए फिक्स्ड डिपॉज़िट की वार्षिक ब्याज दर ₹ 3 करोड़ (w.e.f 14 november 2024) तक के डिपॉज़िट के लिए मान्य है

बजाज फाइनेंस डिजिटल FD

नया प्रोडक्ट
महीनों में
अवधि
मेच्योरिटी पर (प्रति वर्ष) मासिक (प्रति वर्ष) तिमाही (प्रति वर्ष) अर्ध-वार्षिक (प्रति वर्ष) वार्षिक (प्रति वर्ष)
42* 8.65% 8.33% 8.38% 8.47% 8.65%

सीनियर सिटीज़न - विशेष अवधि

महीनों में
अवधि
मेच्योरिटी पर (प्रति वर्ष) मासिक (प्रति वर्ष) तिमाही (प्रति वर्ष) अर्ध-वार्षिक (प्रति वर्ष) वार्षिक (प्रति वर्ष)
18* 8.05% 7.77% 7.82% 7.89% 8.05%
22* 8.15% 7.86% 7.91% 7.99% 8.15%
33* 8.35% 8.05% 8.10% 8.18% 8.35%
44* 8.50% 8.19% 8.24% 8.33% 8.50%

सीनियर सिटीज़न - नियमित अवधि

महीनों में
अवधि
मेच्योरिटी पर (प्रति वर्ष) मासिक (प्रति वर्ष) तिमाही (प्रति वर्ष) अर्ध-वार्षिक (प्रति वर्ष) वार्षिक (प्रति वर्ष)
12 - 14 7.65% 7.39% 7.44% 7.51% 7.65%
15 - 23 7.75% 7.49% 7.53% 7.61% 7.75%
24 - 35 8.20% 7.91% 7.96% 8.04% 8.20%
36 - 60 8.35% 8.05% 8.10% 8.18% 8.35%

इक्विटी निवेश राशि बनाम फिक्स्ड डिपॉज़िट राशि

फिक्स्ड डिपॉज़िट (FD) में निवेशक एक निश्चित ब्याज दर पर पूर्वनिर्धारित अवधि के लिए एक राशि विशेष जमा करते हैं. इसके विपरीत, इक्विटी निवेश निवेशक को अपनी सुविधा के अनुसार राशि निवेश करने की सुविधा देते हैं.

  • रिटर्न:
    FD से आम तौर पर 5%-9% के बीच रिटर्न मिलता है, जो अन्य निवेश विकल्पों से थोड़ा कम है. वहीं दूसरी ओर, इक्विटी निवेश में लंबे समय में अधिक रिटर्न प्रदान करने की क्षमता होती है.
  • लिक्विडिटी:
    इक्विटी निवेश में व्यक्ति अपनी ज़रूरत के अनुसार पैसे निकाल सकता है. जबकि, FD से समय से पहले पैसे निकालने पर प्री-क्लोज़र शुल्क लग सकते हैं.
  • निवेश पर नियंत्रण:
    इक्विटी निवेशक अपने लाभ को अधिकतम करने के लिए विभिन्न रणनीतियां उपयोग में ला सकते हैं, जबकि FD निवेशक के पास अपने निवेश पर सीमित नियंत्रण होता है.
  • महंगाई का प्रभाव:
    हालांकि FD जोखिम-मुक्त दिखाई पड़ती है, पर महंगाई उसके रिटर्न को घटा सकती है, जिससे असल में रिटर्न शून्य या माइनस में भी हो सकता है. इसके विपरीत, इक्विटी निवेशक मार्केट के उतार-चढ़ावों को प्रभावी ढंग से पार करने के लिए पैसे लगाने और निकालने के समय-बिंदु चुन सकते हैं.

सामान्य प्रश्न

क्या इक्विटी में निवेश बैंक फिक्स्ड डिपॉज़िट से अधिक सुरक्षित है?

इक्विटी में निवेश को बैंक फिक्स्ड डिपॉज़िट की तुलना में आम तौर पर अधिक जोखिम वाला माना जाता है, क्योंकि स्टॉक मार्केट में उतार-चढ़ाव आ सकते हैं जिससे नुकसान हो सकता है.

FD और इक्विटी फंड के बीच क्या अंतर है?

FD और इक्विटी फंड के बीच का मुख्य अंतर उनकी प्रकृति में मौजूद है: FD एक निश्चित आय और कम जोखिम वाला इंस्ट्रुमेंट है, जबकि इक्विटी फंड स्टॉक में निवेश करते हैं, जो संभावित रूप से उच्च रिटर्न प्रदान करते हैं लेकिन उच्च जोखिम के साथ.

FD फंड से बेहतर क्या है?

म्यूचुअल फंड जैसे कई निवेश विकल्प व्यक्ति की जोखिम सहनशीलता और फाइनेंशियल लक्ष्यों के आधार पर साधारण FD से बेहतर रिटर्न दे सकते हैं.

स्टॉक से FD बेहतर क्यों है?

जोखिम से बचने वाले निवेशक स्टॉक की बजाए FD को उसकी स्थिरता और निश्चित रिटर्न के कारण पसंद करते हैं, क्योंकि मार्केट के अधिक उतार-चढ़ाव के कारण स्टॉक का रिटर्न अनिश्चित होता है.

और देखें कम देखें

अस्वीकरण

बजाज फाइनेंस लिमिटेड (BFL) की डिपॉज़िट लेने की गतिविधि के संबंध में, दर्शक पब्लिक डिपॉजिट का आग्रह करने के लिए एप्लीकेशन फॉर्म में दिए गए इंडियन एक्सप्रेस (मुंबई एडिशन) और लोकसत्ता (पुणे एडिशन) में विज्ञापन देख सकते हैं या https://www.bajajfinserv.in/hindi/fixed-deposit-archives
देख सकते हैं कंपनी का भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 45IA के तहत भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी किया गया 5 मार्च, 1998 दिनांकित मान्य रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट है. लेकिन, RBI कंपनी की फाइनेंशियल स्थिरता या कंपनी द्वारा व्यक्त किए गए किसी भी स्टेटमेंट या प्रतिनिधित्व या राय की शुद्धता और कंपनी द्वारा डिपॉज़िट/देयताओं के पुनर्भुगतान के लिए वर्तमान स्थिति के बारे में कोई जिम्मेदारी या गारंटी स्वीकार नहीं करता है.

अगर फिक्स्ड डिपॉज़िट की अवधि में लीप ईयर शामिल होता है, तो FD कैलकुलेटर के लिए वास्तविक रिटर्न थोड़ा भिन्न हो सकता है